चरितार्थ होना का अर्थ
[ cheritaareth honaa ]
चरितार्थ होना उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रियाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- शेष में ही फैलकर एक को चरितार्थ होना है . धर्म निश्चय आत्म-केन्द्रित है.
- उनको व्यापक रूप में पूरी इन्सानी ज़िन्दगी पर और उसके हर-हर पहलू पर चरितार्थ होना चाहिए।
- इसके साथ ही कई वर्ष पूर्व लिखी लघुकथा के यथार्थ का आज चरितार्थ होना उनकी दूरदर्शिता को किसी पात्र , घटना या चरित्र का चित्र का जिक्र तक नहीं है।
- जिस तरह न्यायपालिका , व्यवस्थापिका और कार्यपालिका के मध्य शक्ति प्रथककरण का सिद्धांत हमारी संसदीय व्यवस्था का मजबूत बनाता है , उसी तरह धर्म और राजनीति में भी यह सिद्धांत चरितार्थ होना चाहिये।
- मेरा खयाल है कि एक खास तरह की शक्ति है , कह सकते हैं कि आत्मा-जीव है रूप में-जो मुझे वनस्पतियों से , या किसी वस्तु से या मनुद्गय से या अ-ज्ञेय से संलग्न करता , जोड़ता है और अपने को मिलने वाले जिस आनन्द की बात मैं कर रहा था वह इस संलग्नता का चरितार्थ होना है।
- की जन्मपत्री के जिस भाव मे जिस राशि मे ग्रह हैं उनके अनुसार फल लिखा है और प्रेक्टिकल ( वास्तविक ) जीवन मे वैसा ही चरितार्थ होता दिखा है अतएव 'रेखा'की कुंडली मे उन्हीं ग्रहों के उन्हीं राशियों मे दूसरे भावों मे होने के कारण जो फल लिखा है वह भी प्रेक्टिकल (वास्तविक )जीवन मे वैसा ही चरितार्थ होना चाहिए ।
- X की जन्मपत्री के जिस भाव मे जिस राशि मे ग्रह हैं उनके अनुसार फल लिखा है और प्रेक्टिकल ( वास्तविक ) जीवन मे वैसा ही चरितार्थ होता दिखा है अतएव ' रेखा ' की कुंडली मे उन्हीं ग्रहों के उन्हीं राशियों मे दूसरे भावों मे होने के कारण जो फल लिखा है वह भी प्रेक्टिकल ( वास्तविक ) जीवन मे वैसा ही चरितार्थ होना चाहिए ।